समय हमसे चलते रहता  है अगर उपोग ना करेंगे तो बिना किए  दुरुप्योग हो जाता है। समय के साथ कोयला हीरा मे परिवर्तन हो जाता है समय के साथ कोमल जल अपने जलधारा से  कठोर पथल को भेद देती है।

 बदलते समय के साथ कितने असम्भव  दिखने वाले कार्या सम्भव हो गए है और आगे भी होता रहगे  इसलिए आप अपने अभी के इस्थति से  अपने भविस्या की इस्थति का अंदाजा नहीं लगा सकते सम्भवाये असीम है  जिसे आप कल्पनों सीमा से बांधते है आप अपनी कल्पना की सीमा को बढ़ा कर आप अपनी नयी सिमा बना सकते है। 
 आपका लक्ष्य आपके दायरे मे होना चहिये जिसे आप का मन उसे सच मान पाए आप जिसकी कल्पना कर सकते है आप उसे प्राप्त भी कर सकते है। आप जो सोच सकते उसे आप प्राप्त भी कर सकते है। 

आपका लक्ष्य चाहे कितना ही बड़ा क्यों ना दिखाता हो, कितना भी असम्भव दिखाता हो और कितना भी धुंधला क्यों न दिखता समय उसे सम्भव बना देगा अगर आपको लक्ष्य पाने  की अटूट इक्छा और खुद पर विश्वास हो तो  परीश्रम के छमता  और मैदान टिके रहने लिया शक्ति अपने आप जाएगी। 

बड़ी-बड़ी आसफल छोटी-छोटी गतियों के परिणाम होते है और बड़ी-बड़ी सफल 
 छोटी-छोटी परिवर्तन के परिणाम होता है समय सबसे महान है इस छन हम जो भी बोयेंगे  किसी न किसी पल उसे काटना होगा बूंद-बूंद कर के नदी मे गिरता हुआ पानी बढ़ ला देता है।


                           समय का इज्जत करो समय इज्जत देगा